Maharajganj

प्रशासन की चुनावी व्यस्तता देख माफियाओं ने जिले भर बालू खनन के लिए उतारी फौज

हर दिन रोहिन नदी गंडक नारायणी के किनारे से बालू निकाल मुंहमांगे दाम पर बेच शासन को लगा रहे रास्व का चूना
शिकायत पर जांच के बाद प्रशासन ने मूंदी आंख, धड़ल्ले से बालू खनन जारी, हर दिन दर्जनों ट्राली बालू की निकासी

महराजगंज टाइम्स ब्यूरो:- 
विधानसभा चुनाव में प्रशासनिक अफसरों को व्यस्त देख खनन माफिया बालू के कारोबार को धड़ल्ले से अंजाम दे रहे हैं। हैरत वाली बात यह है कि सदर तहसील क्षेत्र के रोहिन नदी के चेहरी गांव की सीमा में जिस स्थान पर बालू खनन का पट्टा दिया है उसके इतर दूसरी जगह सोहगीबरवा सेंक्चुरी के वन भूमि व कुछ कास्तकारों के खेत से बालू की अवैध निकासी कराई जा रही है। इससे बाढ़ के समय तबाही मच सकती है। क्योंकि जहां से बालू की निकासी हो रही है उधर नदी की धारा मुड़ने की प्रबल आशंका बन जाती है। बालू खनन के लिए जिला प्रशासन ने तीन जगह का पट्टा दिया है। इसमें नौतनवा क्षेत्र में पांच साल का पट्टा है। सदर क्षेत्र के जंगल दुधई उर्फ चेहरी व निचलौल क्षेत्र में 90-90 दिन का परमिट जारी किया है। मौजूदा समय में परमिट की आड़ में सबसे अधिक अवैध बालू खनन की शिकायत सदर तहसील क्षेत्र के जंगल दुधई उर्फ चेहरी में आ रही है। बताया जा रहा है कि रोहिन नदी से बालू निकालने के लिए जिस स्थान के लिए प्रशासन ने पट्टा जारी किया है, वहां से बालू निकासी नहीं कराकर दूसरे जगह से बालू की निकासी कराई जा रही है जहां का परमिट जारी नहीं किया है। अवैध बालू खनन से सरकार को राजस्व की भी क्षति हो रही है। अन्य जगहों पर भी पट्टा वाली जगह के अलावा खनन कार्य कर प्रशाशन की आंख में धूल झोंका जा रहा है।
ठंडे बस्ते में शिकायत, धड़ल्ले से बालू का अवैध खनन जारी
जंगल दुधई उर्फ चेहरी में बालू के अवैध खनन की शिकायत प्रशासनिक अफसरों के अलावा खनन विभाग के इंस्पेक्टर को भी मिली थी। जिसकी साधारण ढंग से जांच कराकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। इसका असर यह है कि
बालू खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। आरोप है यह भी है कि जिम्मेदारों की मिलीभगत से बालू का अवैध खनन कराया जा रहा है। इसी वजह से प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
रेंजर ने डीएफओ को लिखा पत्र
इस मामले में पकड़ी रेंज के वन क्षेत्राधिकारी ने डीएफओ को पत्र भेजा है। बताया है कि जंगल दुधई उर्फ चेहरी में खनन के लिए परमिट वाले स्थान से दूर वन भूमि व अन्य काश्तकारों की जमीन से बालू का अवैध खनन किया जा रहा है। जांच करने पर कारोबारी अपने ट्रैक्टर-ट्राली को दूसरी जगह खड़ी कर दे रहे हैं। शिकायत पर वे झगड़े पर उतारू हो जा रहे हैं। इस मामले में वन
विभाग के एसडीओ राकेश चंद्र यादव ने बताया कि मामला संज्ञान में है।यह जांच करायी जा रहा है कि बालू का खनन वन क्षेत्र की भूमि में तो नहीं किया जा रहा है। अगर वन भूमि में खनन होगा तो जिला प्रशासन को पत्र भेज पूरी घटना की जानकारी दी जाएगी। इस मामले में एसडीएम सदर साईं तेजा सीलम का कहना है कि कुछ दिन पहले शिकायत मिली थी। जिस पर जांच कराई गई थी। अगर अवैध खनन हो रहा है तो उसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

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